
फुलपरास अनुमंडल अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 27 (एनएच-27) के खोपा चौक के पास झाड़ियों की छंटाई न होने के कारण दुर्घटना की आशंका लगातार बनी हुई है। यह क्षेत्र पहले से ही ट्रैफिक के लिहाज से व्यस्त माना जाता है, और अब यहां सड़क के बीचोंबीच उगी घनी झाड़ियों ने खतरा और बढ़ा दिया है। सरकार द्वारा एनएच के किनारे हरियाली के उद्देश्य से झाड़ियाँ लगाई गई थीं, लेकिन उनकी समय पर कटाई और देखरेख नहीं की जा रही है। झाड़ियों की ऊंचाई इतनी अधिक हो चुकी है कि सामने से आने वाले वाहनों को देख पाना काफी मुश्किल हो गया है। इससे वाहन चालकों को आगे का दृश्य स्पष्ट नहीं दिखता और अचानक सामने से कोई गाड़ी आने पर टक्कर होने की पूरी आशंका रहती है। यह स्थिति विशेष रूप से उस समय और भी खतरनाक बन जाती है जब यात्री तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं और सामने अचानक कोई वाहन या व्यक्ति आ जाता है।
खोपा चौक के आसपास के लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस संबंध में स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को सूचित किया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। लगातार अनदेखी की वजह से लोगों में आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि रोजाना इस सड़क से सैकड़ों वाहन गुजरते हैं और कई बार स्कूल जाने वाले बच्चे, बुजुर्ग या राहगीर इस झाड़ी के कारण छिप जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होते-होते बच जाती हैं। कई बार तो बड़ी गाड़ियां एकदम सामने आ जाती हैं और ब्रेक लगाते-लगाते भी दुर्घटना हो जाती है।
इस इलाके में पहले भी कई छोटी-मोटी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सौभाग्यवश अभी तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है। हालांकि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो भविष्य में यह स्थिति जानलेवा बन सकती है। लोगों का साफ कहना है कि सड़क पर बनी हर रुकावट को हटाना सरकार की जिम्मेदारी है और यदि किसी सरकारी लापरवाही के कारण कोई हादसा होता है तो इसका उत्तरदायित्व प्रशासन पर ही होगा।
स्थानीय निवासियों की मांग है कि प्रशासन इस पर तुरंत संज्ञान ले और खोपा चौक के समीप उगी झाड़ियों की जल्द से जल्द कटाई करवाए, ताकि ट्रैफिक की दृश्यता सुधरे और आम जनता सुरक्षित ढंग से सड़क पार कर सके या गाड़ी चला सके। सड़क सुरक्षा से जुड़ी ऐसी समस्याओं को नजरअंदाज करना बेहद लापरवाही का संकेत है। प्रशासन को इस पर गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी तरह की दुखद घटना से बचा जा सके।