Phulparas अनुमंडल मुख्यालय के लोहिया आश्रम में सोमवार को जन सुराज पार्टी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। आयोजन की अध्यक्षता पूर्व विधायक रामकुमार यादव ने की, जबकि संचालन सुरेश चंद्र चौधरी ने किया। उपस्थित लोगों ने चौधरी चरण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया।
जन सुराज नेता देवेंद्र प्रसाद यादव ने किया चरण सिंह के योगदान की चर्चा
समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री और जन सुराज नेता देवेंद्र प्रसाद यादव ने चौधरी चरण सिंह के जीवन और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि चौधरी चरण सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के नेतृत्व में सक्रिय भागीदारी निभाई। 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान उन्हें बरेली जेल में डेढ़ साल की सजा हुई थी।
चौधरी साहब का राजनीतिक सफर एक छोटे से गांव से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री, गृह मंत्री और आखिरकार प्रधानमंत्री तक पहुंचा। देवेंद्र यादव ने उनकी मूल्य-आधारित राजनीति को सराहा और कहा कि चौधरी साहब ने हमेशा व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में नैतिकता को प्राथमिकता दी। उनका यह विचार कि “जिसका व्यक्तिगत जीवन खराब होगा, उसका सार्वजनिक जीवन भी खराब होगा” आज भी प्रासंगिक है।
Phulparas में किसानों के प्रति सम्मान
चौधरी चरण सिंह को किसानों के सच्चे नेता के रूप में याद किया जाता है। समारोह में देवेंद्र यादव ने बताया कि चौधरी साहब ने जीवनभर किसानों के अधिकारों और उनकी भलाई के लिए संघर्ष किया। उनकी नीतियों और विचारों ने ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। किसान दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम उनकी इसी विरासत को श्रद्धांजलि देने का माध्यम बना।
कार्यक्रम में हर वर्ग से हुए लोग शामिल
Phulparas में आयोजित इस जयंती समारोह में क्षेत्र के सैकड़ों लोग शामिल हुए। राजेश सिंह, विश्वनाथ कुशवाहा, सूर्य नारायण यादव, सुनील कुमार मंडल, मोहम्मद असाफ लड्डन, विजय कांत चौधरी और गणेश सिंह जैसे स्थानीय नेताओं ने समारोह में भाग लिया। उन्होंने चौधरी साहब के विचारों और आदर्शों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह की जीवनी और उनके कार्यों पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने उनके विचारों को अपनाने और ग्रामीण समाज में जागरूकता लाने के लिए काम करने पर जोर दिया।